Hand position ka Rahasya हस्त मुद्रास का रहस्य जाने हैण्ड पोजीशन से जाने इंशान की सोच और व्यवहर किस अबस्था में इन्सान क्या सोच ता है

              हैण्ड पोजीशन (hand position)





                                                                                                                                                                                                                                                                                

प्रस्तावना


(Hand position) हैण्ड पोजीशन मानव की हस्त मुद्रा मनुष्य के बारे में बहोत कुछ बताती है

और हाथो की पोजीशन भी बहोत कुछ बताती है और आप के अन्दर भी बदला भी करती है

यह पूरी तरीका से तो प्रूफ नही है के ऐसे देखा गया है कि जो लोग ऐसा करते है उनमे लगभग 

उन में इन मुद्रा के लाभ देखे गये है और कुछ (hand position) हैण्ड पोजीशन (हाथो की स्थति

साइकोलॉजी के तहेत सवीत भी है इस  इ बुक (e book)  में निम्न लिखित हैण्ड पोजीशनो का जिकिर

किया है और उन के लाभ भी बताए गये है और मनुष्य किस स्थित में अपने हाथो को मूव करता

है मानव किस हैण्ड पोजीशन में क्या सोच ता है केसा बरताब करता है    इसतरह की जानकारी

 गई है



 


 


 


 


हैंड पोजीशन हस्त मुद्राएं एक प्रकार की विधि है जिसके द्वारा हम यह अनुमान लगाते हैं के सामने वाला किस पोजीशन में किस तरह की सोच रखता है किस तरह का बर्ताव करता है इस तरह की गतिविधि से हम मनुष्य के बारे में जानने का प्रयास करते हैं और यह पूर्णत साइंटिफिक नहीं है लेकिन कुछ हस्त मुद्राएं और हाथो की  पोजीशन है जो के साइकोलॉजिकल साबित हैं कि इंसान लगभग इस पोजीशन में इस तरह की सोच बर्ताव भावना रखता  या सोचता है हम अक्सर हैंड पोजीशन का अर्थ अपने दैनिक और भावनात्मक स्थिति के साथ जोड़ते हैं आप अक्सर देखोगे कि जब व्यक्ति किसी से बात करता है तो वह कभी-कभी चुटकी का प्रयोग करता है वह चूटकी का प्रयोग अपनी बात को हाईलाइट या अपनी बात को थोड़ा अधिक प्रभावी बनाने के लिए उसका प्रयोग करता है तथा अक्सर आपने यह भी देखा होगा जैसे कि अगर इंसान  कुछ बताना या दिखाना चाहता है  तो वह अपनी उंगलियों से भी बनता है अगर किसी को कोई चीज दिखानी या किसी स्थान या दिशा की ओर पॉइंट करना हो तो वह अपनी फर्स्ट फिंगर को उस दिशा या उस वस्तु की ओर करता है बिना कुछ कहे वह बताता है कि यह दशा है या यह वस्तु है तो इसी प्रकार की मुद्राओं के बारे में हैंड पोजीशन के बारे में इसमें बताया गया है अगर आपको इस तरह की जानकारी और चाहिए तो आप हमारे ब्लॉक spot.com पर भी विजित कर सकते हैं


                                   धन्यवाद क


 


 


 


 


 


 


 


ध्यान दें कि व्यक्ति की भावनाओं और मानसिक स्थिति को समझने के लिए उनके साथ खुदी बातचीत करना और समय बिताना भी महत्वपूर्ण हो सकता है, और हस्त पोजीशन उसके समर्थन में एक माध्यम हो सकता है।






















विषय सूची -  


 


*      इंटरलॉकिंग (Interlocking


*      फिगर टैपिंग (Finger Tapping


*      वर्जिन्ग (Steepling


*      पॉइंट ओवर शोल्डर (Point Over Shoulde


*      हाथों की छाया (Hand Gestures


*       हैण्ड्स ऑन हिप्स (Hands on Hips


*      बात करते समय चुटकी बजाना क्या दिखता है


*      किसी से बात करते समय हाथों का हिलना  


*      हाथों को सर के पीछे रख कर बैठना। 


*      दोनों हाथों को पॉकेट में रखकर बात करना


*      खुली हथेली (Open Palm)


*      "उत्तराभोदी मुद्रा"


*      हाथ की उंगलियों को मोड़ना


*      हाथ की उंगलियों को मोड़ना और सीधा करना


*       उत्तराभोदी मुद्रा

 


 












इंटरलॉकिंग (Interlocking






                इंटरलॉकिंग (Interlocking) हैण्ड पोजीशन एक मानव बरताव साइकोलॉजी में प्रयुक्त होने वाली एक प्रमुख हैण्ड पोजीशन है जिसमें व्यक्ति अपने हाथों को एक साथ जोड़ता है, जिससे उनकी उंगलियाँ एक-दूसरे के बीच आपस में बंध जाती हैं। यह पोजीशन आमतौर पर अकेलापन और सख्ती की भावना को दिखाने के लिए इंटरप्रिट की जाती है।


जब कोई व्यक्ति अपने हाथों को इंटरलॉक करता है, तो यह उनके आत्मनिर्भरता, स्वाधीनता, और सख्ती की भावना को सूचित कर सकता है। इस पोजीशन का प्रयोग आमतौर पर जब कोई व्यक्ति बड़ी संकट की स्थिति में होता है और वह अपने आप को सख्तता की आवश्यकता महसूस करता है तो करता है। यह भी दर्शा सकता है कि व्यक्ति विशेषतः किसी निर्णय या स्थिति के प्रति संज्ञानमूलक है और सख्त निर्णय लेने के लिए तैयार है।


इंटरलॉकिंग के साथ-साथ अन्य हाथ पोजीशन्स के साथ भी व्यक्तिगत भावनाओं और साइकोलॉजिकल स्टेटस को समझने में मदद मिलती हैं।





 

 


 


 


 

 


       फिगर टैपिंग (Finger Tapping


फिगर टैपिंग (Finger Tapping) एक हैण्ड पोजीशन है जो मानव बरताव साइकोलॉजी में महत्वपूर्ण हो सकता है। यह पोजीशन जब कोई व्यक्ति अपने उंगलियों को एक वस्तु या सतह पर तेजी से टैप करता है, तो व्यक्ति की चिंता, अधिक तनाव, या अधिक चिंता की स्थिति को सूचित कर सकता है।


फिगर टैपिंग के तेज और अक्रिया स्वभाव की स्थिति में अधिक व्यापक रूप से देखा जाता है, और यह दर्शाता है कि व्यक्ति किसी स्थिति या समस्या के साथ बराबर नहीं है और उसका मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। फिगर टैपिंग की आमतौर पर तीव्र चिंता, उत्सुकता, या अधिक चिंता की स्थिति के तहत की जाती है, और यह एक प्रकार का स्वायत्तता और सामर्थ्य की कमी को दर्शा सकता है।


इस पोजीशन को अकेले ही व्यक्तियों या उनके चिकित्सकों द्वारा स्मार्टफोन ऐप्लिकेशन या प्राधिकृत मानसिक स्वास्थ्य उपायों के हिस्से के रूप में अधिक व्यापक रूप से प्रयोग किया जा सकता है जो मानसिक स्वास्थ्य की निगरानी और मूल्यांकन के लिए डिवाइस के साथ काम करते हैं।


फिगर टैपिंग का उपयोग मानसिक स्वास्थ्य के बारे में साइकोलॉजिकल अध्ययन और विश्लेषण के एक हिस्से के रूप में किया जा सकता है, लेकिन इसके अलावा और मानसिक स्वास्थ्य के मूल्यांकन के लिए विभिन्न उपाय भी उपयोग किए जाते हैं।


 


 


 


 


 


 


 


 


 


 


 


 


 


 


वर्जिन्ग (Steepling

"वर्जिन्ग" (Steepling) हैण्ड पोजीशन एक विशेष प्रकार की हाथ की पोजीशन है जो मानव बरताव साइकोलॉजी में व्यक्तिगत और सामाजिक संवादों के दौरान व्यक्त हो सकती है। इस पोजीशन में व्यक्ति अपने हाथों की ऊँचाई को बढ़ाकर उंगलियों को एक-दूसरे के साथ जोड़ता है और उंगलियों के टुकड़ों को एक-दूसरे के साथ मिलाता है, जैसे कि एक मिनी गोल्फ बॉल के साथ होता है.


वर्जिन्ग को आमतौर पर गर्मियों, महानता, और आत्म-स्वावलंबन की भावना को सूचित करने के रूप में इंटरप्रिट किया जाता है। यह बताता है कि व्यक्ति आत्म-स्वावलंबन की भावना से भरपूर है और विशेष विचारों, योजनाओं या दृष्टिकोणों को लेकर सुरक्षित महसूस कर रहा है।


वर्जिन्ग को सामाजिक संवाद में प्रदर्शित करने के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है, खासकर जब कोई व्यक्ति अपने विचारों या बड़े प्रमुख विचारों को प्रस्तुत कर रहा है और अपनी महानता या आत्म-स्वावलंबन की प्रशंसा करने के लिए इस पोजीशन का उपयोग करता है।



 


 




 


 


 


 


पॉइंट ओवर शोल्डर (Point Over Shoulder


"पॉइंट ओवर शोल्डर" (Point Over Shoulder) हैण्ड पोजीशन जब कोई व्यक्ति अपना हाथ या उंगलियों का इस्तेमाल करके अपने कंधे के पार दिशा की ओर इंडिकेट करता है, तो यह आमतौर पर किसी विशेष व्यक्ति, वस्तु, स्थिति, या स्थान की ओर इंडिकेट करने के लिए किया जाता है।


इस पोजीशन को आमतौर पर किसी की ओर ध्यान खींचने, दिशा दिखाने, विशेषत: किसी को आपकी पहचान कराने, किसी विशेष व्यक्ति को संकेतन देने, या किसी की पुनर्दिशा की ओर इंडिकेट करने के लिए किया जा सकता है.


इस पोजीशन का उपयोग सामाजिक संवादों, अधिकारों, और आदर्शों की स्थापना में किया जाता है। यह भी किसी व्यक्ति की चिंता को दिखाने और उनके संवाद के संदेश को समझने के लिए एक महत्वपूर्ण हाथ पोजीशन हो सकता है।


पॉइंट ओवर शोल्डर का अधिक सार्थक अर्थ सामाजिक संवादों के साथ होता है, और इसका मतलब विशिष्ट संदेश और भावनाओं के साथ संवाद करने के तरीके का हिस्सा बन सकता है।


 


 


 




         



                 हाथों की छाया (Hand Gestures


हाथों की छाया (Hand Gestures) एक महत्वपूर्ण भाषा है जो मानव बरताव साइकोलॉजी में महत्वपूर्ण है। इसमें व्यक्ति अपने हाथों का उपयोग करके विभिन्न भावनाओं, विचारों, और संदेशों को स्वरूपित करता है और संवाद करता है।


हाथों की छाया का उपयोग सामाजिक संवाद में किया जाता है और इसका मतलब व्यक्ति की भावनाओं और संवादी भाषा के साथ संवाद करने के तरीके का हिस्सा होता है। इसका उपयोग संवाद में सुधार करने, संवाद को अधिक स्पष्ट बनाने, या अधिक संवादी भाषा के बिना अधिक भावनाओं को सूचित करने के लिए किया जा सकता है.


कुछ आम हाथ के चिन्हों के उदाहरण शामिल हैं:


1.            पॉइंटिंग (Pointing): हाथ की उंगली का उपयोग किसी वस्तु, स्थान, या व्यक्ति की ओर इंडिकेट करने के लिए किया जाता है।


2.            थम्ब्स अप (Thumbs Up): इस पोजीशन को आमतौर पर सहमति, प्रशंसा और सफलता की भावना को सूचित करने के लिए किया जाता है.


3.            वी (V Sign): यह विक्टरी का प्रतीक होता है और सफलता या जीत की स्थिति को दर्शाता है.


4.            डबल थम्ब्स अप (Double Thumbs Up): यह और अधिक सकारात्मकता और प्रशंसा की भावना को दर्शाने के लिए किया जाता है.


5.            वीक (Peace Sign): यह शांति और सौहार्द की भावना को सूचित करने के लिए किया जाता है.


हाथों की छाया का अधिकारिक और असाधारण भाषा हो सकता है, और यह भाषा के बिना भावनाओं और संदेशों को स्वरूपित करने का महत्वपूर्ण हिस्सा है



 


 





 


 





हैण्ड्स ऑन हिप्स (Hands on Hips


"हैण्ड्स ऑन हिप्स" (Hands on Hips) हैण्ड पोजीशन है जिसमें व्यक्ति अपने हाथों को कमर की ओर रखता है, आमतौर पर हिप्स के पास, और उनके कोडे बाहर की ओर होते हैं। इस पोजीशन को आमतौर पर आक्रोश, स्वाधीनता, और स्वागत की भावना को सूचित करने के लिए इंटरप्रिट किया जाता है.


जब कोई व्यक्ति अपने हाथों को कमर पर रखता है, तो यह आक्रोश और स्वाधीनता की भावना को सूचित कर सकता है। यह पोजीशन व्यक्ति की आत्मसमर्थना और उनकी अधिक सामर्थ्य की भावना को दिखा सकता है।


इस पोजीशन का उपयोग आक्रोश की स्थितियों में किया जा सकता है, जब कोई व्यक्ति आपत्ति या असंतुष्टि की स्थिति में होता है और वह अपने हाथों को कमर पर रखता है ताकि वह अपनी पक्ष या विचारों को सामयिक रूप से प्रकट कर सके।


हैण्ड्स ऑन हिप्स का उपयोग अकेले होने या बड़े निर्णय लेने की स्थितियों में भी किया जा सकता है, जब व्यक्ति को अपने अधिक सामर्थ्य और स्वाधीनता का अहसास होता है।




 


 


बात करते समय चुटकी बजाना क्या दिखता है


छुटकी एक संकेत है जब व्यक्ति किसी से बात करता है और अपनी किसी बात को पॉइंट करता है या चिन्हित करता है या फिर कहूं हाईलाइट करता है तो वह छुटकी बजाता है व्यक्ति चुटकी का प्रयोग करता है और ऐसे संकेत कोई धार्मिक या सांस्कृतिक या सामाजिक नहीं है साइकोलॉजी के हिसाब से जो व्यक्ति किसी से संवाद बात करता है और वह जो बात कर रहा है वह पूर्णता सत्य है तो वह इस भावना को स्पष्ट करने के लिए चुटकी बजाता है और सामने वाले को अपने सही होने का प्रमाण देता है छुटकी व्यक्ति के इस व्यवहार के बारे में बताती है



 



 


किसी से बात करते समय हाथों का हिलन



किसी भी व्यक्ति का हाथ उसके शरीर का महत्वपूर्ण अंग होता है और यह व्यक्ति के बारे में बहुत कुछ बताता है उसका वक्तव्य व्यवहार सोच के बारे में बताता है अगर व्यक्ति बातें करते समय अपने हाथों की हलचल अधिक हो रही हो तो आपकी यह संकेत देता है कि वह आपसे बात करने में सहज नहीं है या वह आपसे बात करने में इंटरेस्टेड नहीं है या आप जिस टॉपिक पर बात कर रहे हो वह से समझ में नहीं आ रहा या फिर पसंद नहीं है या फिर इसका एक मतलब और भी हो सकता है कि वह कहीं जाने के लिए या कुछ देखने के लिए सुनने के लिए आतुर है इस वजह से उसके हाथों की हलचल अधिक हो रही है तो हाथ का हिलना भी व्यक्ति के बारे में व्यक्ति की सोच के बारे में बहुत कुछ बताता है



















हाथों को सर के पीछे रख कर बैठना।


हाथों को कर के पीछे रख कर बैठना अक्सर एक व्यक्ति की सुरक्षा के भावना या किसी कार्य को करने के बाद आराम करने की भावना को दर्शाता है या फिर यह संकेत दिए भी दर्शाता है कि उसने सामने वाले के आगे समर्पण कर दिया हो या कुछ परिस्थितियों हैं जिससे वह लड़ नहीं पा रहा हो और समर्पण करके बैठ गया है तो यह एंड पोजिशन इंसान के बारे में इतना कुछ बताती हैं


 


 








 




दोनों हाथों को पॉकेट में रखकर बात करना 


सामाजिक और साइकोलॉजी क अध्ययन के क्षेत्र में व्यक्ति के व्यवहार की एक विशेष प्रकार की गतिविधि है या हो सकती है जिसे पॉकेटिंग कहा जाता है इस प्रकार की गतिविधि का साइकोलॉजिकल अध्ययन व्यक्ति के व्यवहार के पीछे के कर्म और सामाजिक शास्त्रीय भाग प्रभावों को समझने में मदद करता है और मानसिक स्वास्थ्य की दिशा में अधिक समझ और नवाचार करने में सहायक होता है सामाजिक साइकोलॉजिस्ट सिस्टम या व्यक्तिगत रूप से मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ के लिए है पॉकेटिंग एक प्रकार की व्यक्तिगत रूप से आंकड़ा देने का तरीका हो सकता है जो व्यक्ति के सामाजिक और व्यवहार को प्रकट करता है


 


 








 




हाथ की उंगलियों को मोड़ना (Collapsing Fingers


 हाथ की उंगलियों को मोड़ना (Collapsing Fingers) एक अंग-भाषा की एक प्रकार है जिसमें व्यक्ति अपनी उंगलियों को जोड़कर या बाहर करके मोड़ता है। इस क्रिया का मतलब व्यक्ति की भावनाओं और मानसिक स्थिति के साथ जुड़ा होता है और विभिन्न प्रस्थितियों में विभिन्न अर्थ हो सकता है।


कुछ सामान्य अर्थ इस क्रिया के साथ जुड़ सकते हैं:


1.    चिंता या स्थिति की चिंता (Stress or Concern): जब कोई व्यक्ति अपनी उंगलियों को मोड़ता है, तो यह अकसर चिंता या विचारों की गहरीता को प्रकट करता है. इसका मतलब हो सकता है कि व्यक्ति कुछ परेशानियों का सामना कर रहा है या किसी चीज़ के बारे में चिंतित है.


2.    समझ नहीं पाना या असमंति (Disarray or Conflict): जब किसी संवाद में किसी व्यक्ति की उंगलियाँ मोड़ी जाती हैं, तो इसका मतलब हो सकता है कि वह संवाद में समझने में मुश्किल महसूस कर रहा है या उसकी असमंति है.


3.    क्षमा मांगना (Statement of regret): कई बार, हाथ की उंगलियों को मोड़ना एक माफी के रूप में किया जा सकता है, और व्यक्ति किसी अन्य से क्षमा मांग रहा हो सकता है.


 
















हाथ की उंगलियों को मोड़ना और सीधा करना (Collapsing and Fixing Fingers


हाथ की उंगलियों को मोड़ना और सीधा करना (Collapsing and Fixing Fingers) एक अंग-भाषा की विशेष क्रिया है जिसमें व्यक्ति अपनी उंगलियों को मोड़ता है और फिर सीधा करता है। यह क्रिया आमतौर पर तब की जाती है जब व्यक्ति चिंता, असमंति, या अवसाद की भावना को प्रकट करना चाहता है।


इस क्रिया के साथ-साथ कुछ सामान्य अर्थ जुड़ सकते हैं:


1.    चिंता और असमंति (Stress and Conflict): हाथ की उंगलियों को मोड़ना और सीधा करना अकसर चिंता या किसी समवाद में असमंति का संकेत होता है। व्यक्ति किसी मुश्किल स्थिति या विवाद के बारे में बात कर रहा हो सकता है.


2.    आत्मसमर्पण या अपराध स्वीकार (Give up or Affirmation of Shortcoming): इस क्रिया का उपयोग किसी के आत्मसमर्पण का संकेत देने के लिए भी किया जा सकता है. व्यक्ति अपनी गलतियों को मानता है और समझौते की ओर इशारा कर सकता है.


3.    दुविधा या संवाद में असमंति (Vulnerability or Conflict in Discussion): हाथ की उंगलियों को मोड़ना और सीधा करना संवाद में किसी विषय की असमंति या दुविधा को दर्शा सकता है. व्यक्ति विचारों के संवाद में स्पष्टता के लिए संकेत कर सकता है.


यदि किसी व्यक्ति द्वारा यह क्रिया की जाती है, तो इसका अर्थ व्यक्ति की भावनाओं और संवाद की स्थिति पर निर्भर करेगा, और संवाद में अधिक स्पष्टता प्रदान करने के लिए अन्य संकेतों और भाषा के साथ मिलाकर देखा जाना चाहिए।


 

 










 उत्तराभोदी मुद्रा


"उत्तराभोदी मुद्रा" एक ध्यान और योग की प्रक्रिया है जो ध्यान और मानसिक शांति प्राप्त करने के लिए प्रयोग की जाती है। इसे एक प्रकार की आसन के रूप में भी कहा जा सकता है। "उत्तराभोदी मुद्रा" का उच्चारण इंडियन संस्कृति और योग परंपरा से संबंधित है।


"उत्तराभोदी मुद्रा" के बारे में विवरण:


•           ध्यान और मानसिक शांति: "उत्तराभोदी मुद्रा" का प्रयोग ध्यान और मानसिक शांति के लिए किया जाता है। यह आसन योगी को मानसिक शांति और संवाद की स्थिति में लाता है.


•           आसन की विशेषता: इस आसन में, योगी एक बैठकर आसन में बैठता है और अपने होने की सही दिशा की ओर ध्यान केंद्रित करता है। उसके बाद, उसके हाथ उपर की ओर उठते हैं, और वह अपने उंगलियों को आपस में मिलाता है, जैसे कि उनके अंगुष्ठन की छूआ जा रहा हो. इसी प्रकार, हाथों के ऊपर दिशा के आलोक में चित्रित किया जा सकता है.


•           मानसिक लाभ: "उत्तराभोदी मुद्रा" का प्रयोग मानसिक शांति, ध्यान, और मानस



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